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Rj Kartik Story in hindi

  जितने वालो को मेरा सलाम । हेलो दोस्तों आप सब कैसे हो दोस्तों यदि आप भी रज कार्तिक के फैन है और आप भी उनकी कहनियो को पढ़ें कहते है तो आप सही जगह में आये हुए आज की इस पोस्ट के माध्यम से आप Rj Kartik Story in hindi को पढ़ने वाले है । 

दोस्तों अपने आपके लिए रज कार्तिक के कुछ चुनिए कहानियो को लेकर के आये हुई है जिसे आप पढ़ने के बाद में हर दम , हर समय MoTIVATE रह सकते है । 

ये ऐसी कहनिया है जिसे आपने तो कभी सुना होगा लेकिटन ठीक तरीके से पढ़ा नहीं होगा तो चलिए बिना किसी देरी के Rj Kartik Story in hindi को शुरू करते है और इस कहानी का INSPIRATION का हिस्सा बनते है । 

TOP KI Rj Kartik Story in hindi

यदि आपमें भी जिंदगी में कुछ करने कुछ नया बनने की जज्बात रखते है तो आप को इस Rj Kartik Story in hindi को पढ़ने के बाद में इन्हे आपको शेयर जरूर करना होगा । 

मानदारी का इनाम (Rj Kartik Story in hindi)

ये Rj Kartik Story in hindiआपको ईमानदारी का पाठ पढ़ाने वाला है . तो चलिए start करते है । काफी साल पहले की बात है । एक अवन्ति नाम का राज्य था . अवन्ति राज्य का राजा काफी लोकप्रिय था . दूर दूर तक उसके बार में कई सरे गाथाये बताई jati thi . log उस राजा के प्रसंसा करते हुए नहीं थकते थे .

राजा इतना धनि और बड़े ही दयालु व्यक्ति थे की कभी उसने किसी भी प्रजा के ऊपर अत्याचार नहीं किया था । अपने राज्य के प्रजा से बहुत स्नेह था । 

लेकिन राजा का कोई संतान नहीं था । वह बिना संतान के ही अपने प्रजा को चला रहा था । एक दिन राजा ने अपने गुरु को बुलाकर के अपने राज्य के राजा के लिए राज्य के किसी भी योग्य व्यक्ति को राजा बनाने का विचार रखते है । ताकि उस राज्य की उत्तराधिकारी बना सके , और राज्य की बागडोर संभ्हाल सके । 

उसके गुरे देव ने उसके बात को मान गए ोे एक दिन uchit समय निकल कर के घोषणा कर दी की सभी बच्चे को राजा के दरबार में उपस्थित होना है । 

तो दूसरे दीं राजा के कहे अनुसार सभी बच्चे को राजा के महल में एकत्रित हो गए । महल में एकत्रित होने के बाद में राजा ने सभी एकत्रित बच्चो को कुछ बीज दे दिए और कहा की इस बीज को तुम सभी को ऊगा कर के घर से लाना है ।

और राजा ने उन सभी बच्चो को 6 महीने का समय दे दिया और बीज को दे दिया । और सभी बच्चे अपने अपने घर चले  गए .

सभी बच्चे राजा के द्वारा दिए गए बीज को गमले में जाकर के dal दिए और कुछ ही दीं में गमले से बीज अंकुरित हो गए और छोटे    से kali दिखाई देने लगे    .

कुछ दिन बीतने  के बाद में उन सभी बच्चो के गमले से छोटे से पौधे तैयाr हो गए थे .

उनमे  से एक  ऐसा   ऐसालड़का  था जिनके गमले से अभी  तक बीज अंकुरित  नहीं हुआ   था . आज 10  दिन हो गए थे . वो रोज उस बीज में ले जाकर के पानी डालता  , उस गमले का लड़का अच्छे से देखभाल करता लेकिन फिर भी उस बीज अंकुरित नहीं हो रहा था . 

लड़का बहुत परेशान हो गया ऐसे करते करते 1 माह हो गया , 2 माह हो गया 5 माह हो गया लेकिन फिर भी उस बीज से अब 6 माह आने  वाला  था . अब राजा से मिलने  का समय आने वाला था लेकिन 5 माह और कुच्छ दिन बीतने  के बाद भी उस लकड़ी  के दिए गए बीज अंकुरित नहीं हुए थे । पूरी ईमानदारी के साथ में लड़का उसे पानी देता , खाद डालता , देखभाल करता लेकिन आज तक उस बीज का अंकुरण नहीं हुआ था । 

6 महीने बाद सभी बच्चे फिर राजा जी महल में अपने अपने गमले में लगे पौधों को ले जाता है लेकिन उस लड़के के गमले में कोई पौधा नहीं पुरे 6 महीने होने के बाद भी , बीज अंकुरित नहीं हो पाया था . लड़ा बड़ा डरा , सहमा हुआ और बहुत ही नाराज था .

उसे बहुत ही बुरा लग रहा था . लड़का चारो तरफ निगाहे दौड़ता है unhe सभी के गमले में पौधे दिखाई दे rahe तेह सिवाय उनके उनके गमले में अभी तक पौधा नही खिला था । 

थोड़े देर बाद में राजा आये और उन सभी बच्चो के लाये हुए गमले को देखने लगे ,charo तरफ निगाहे करने के बाद में उसे एक ऐसा गमला दिखाई दिया जिसका जिसके गमले में कोई पौधा नहीं दिख रहा था ।

राजा उस गमले के पास गया तो लड़का पहले से डरा हुआ , सहमा हुआ तो था ही लेकिन राजा के उसके आने के बाद वो लड़का फिर से दर गया ।

राजा को लगा की लड़का डरा हुआ है तो राजा ने उसे बड़े प्यार से पूछा बेटा तुम्हारे गमले में पौधे क्यों दिखाई नहीं दे रहा है ।

तो लड़के ने डरे हुए स्वर में कहा - राजा जी मैंने इस गमले में बीज तो डालें थे और मैं इसमें हर रोज पानी डालता था लेकिन आज तक इस गमले से बीज का अंकुरण नहीं हो पाया है , मैं बहुत परेशान हो गया हु मेहनत करके फिर भी बीज नहीं उग पाया है ।

राजा लड़के से बहुत खुश हो गए और क्योंकि गमले पौधे ऊगा तो नहीं लेकिन हिम्मत करके आ तो गया । ऊके इस आचरण , ईमानदारी से प्रभावित हो गया ।

राजा ने सभी के गमले को देखने के बाद में अपना प्रस्ताव रखा ।

राजा ने उस लड़के को बुलाया जिसके गमले में कोई पौधा नहीं था । लड़का सहमा हुआ था , डरा हुआ था और राजा के पास बुलाने पर उसका सटाक हो गया , उसके मुख से पानी सुख गया और भौचक देखते रहा ।

लड़का सहमा हुआ राजा के पास में जाता है और गमले को साथ पकड़ा हुआ ।

राजा गमले को हाथ में उठाकर के बच्चो को देखने लग जाते है । जैसे ही राजा ने गमले को सभी के सामने लाया सभी बच्चे उस गमले को देखकर के हसने लगे लेकिन राजा ने उन बच्चो को ये कहते हुए शांत करा दिया

और कहा इतना भी खुश मत होइए । तुम्हारे पास जितने भी गमले है वो बंजर है , उनसे कूछ नहीं निकलेगा , असली बीज यही है जो मैंने इसे दिया था ।

और उस बच्चे को उस राज्य का उत्तराधिकारी बना दिया गया । उस राज्य का राज घोषित कर दिया गया ।

दोस्तों हमें इस Rj Kartik Story in hindi से हमें LEARNING मिलती  है की हमें अपने अंदर  खुद  ईमानदार होने चाहिए  . यदि  हम  ईमादार  है तो जिंदगी  के किसी न  किसी पड़ाव  में सफलता  जरूर  मिल  जाएगी  , हम सफल  हो ही जायेंगे   क्योंकि हमारे  हर हमें पता  होती  है . हम खुद को पागल  बनाकर  , झूठ  बोलकर  के खुद का नुकसान  करते है .  

Rj Kartik Story in hindi

|| KAR DIKHAO KUCHH YESA KI DUNIYA KARNA CHAHE AAPE JAISA || 

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